Wooden idols

मूर्तियों को लकड़ी से बनाया जाता है और Navakalebara के दौरान नई मूर्तियों स्थापित किआ जाता है। यह अनुष्ठान हर 8, 12 या 19 साल बाद एक बार किया जाता है।

झंडा (Flag)

जगन्नाथ मंदिर के शीर्ष पर झंडा हवा के चलने की दिशा के विपरीत दिशा में फहराता है। यह विज्ञान-विरोधी घटना आज तक inexplicable है।

12वीं शताब्दी CE में निर्मित

गंगा वंश के राजा अनंतवर्मन Chodganga ने इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी CE में किया था।

रथ यात्रा

वार्षिक रथ यात्रा रथ उत्सव है जिसमें तीन देवता अपने सजे हुए रथों पर चढ़ते हैं और गुंडिचा मंदिर में अपनी मौसी से मिलने के लिए पुरी की सड़कों पर निकलते हैं।

मंदिर की छाया नहीं होती।  

दिन का कोई भी समय हो, चाहे सूरज आकाश में कहीं भी झाँक रहा हो, मंदिर की छाया नहीं होती।

लहरों की आवाज

एक बार जब आप मंदिर के अंदर कदम रखते हैं, तो आप को समुद्र की आवाज सुनना बंद हो जाते हे।

महाप्रसाद कभी बेकार नहीं जाता

जगन्नाथ मंदिर, जहां हरदिन लाखों लोगों के लिए बनाया गया महाप्रसाद कभी बेकार नहीं जाता। एक निवाला भी नहीं!