रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने श्रीनगर के ओल्ड एयर फील्ड में शौर्य दिवस मनाया। शौर्य दिवस 1947 में जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान के आक्रमण से बचाने के लिए भारतीय सेना के शामिल होने के 75 वें वर्ष का प्रतीक है।
शौर्य दिवस आज़ादी का अमृत महोत्सव और बडगाम हवाई अड्डे पर भारतीय सेना के हवाई लैंडिंग ऑपरेशन के 75 वें वर्ष के उत्सव के एक भाग के रूप में मनाया जाता है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलाबा जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे; जीओसी-इन-सी, उत्तरी कमान लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी; एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पश्चिमी वायु कमान एयर मार्शल एस प्रभाकरन; इस कार्यक्रम में जनरल ऑफिसर कमांडिंग, 15 कोर लेफ्टिनेंट जनरल एडीएस औजला सहित कई अन्य नागरिक और सैन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
शौर्य दिवस से संबंधित मुख्य बिंदु
शौर्य दिवस समारोह का आयोजन जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, एमरी चीफ जनरल मनोज पांडे, लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी, एयर मार्शल एस प्रभाकरन ने किया।
पश्चिमी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल एडीएस औजला, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, 15-कोर सहित कई अन्य नागरिक और सैन्य गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम का हिस्सा थे।
ऐतिहासिक घटना की प्रतिकृति ओल्ड एयर फील्ड में आयोजित की गई थी।
इस आयोजन का उद्देश्य उन बहादुर सैनिकों और जम्मू-कश्मीर के लोगों को श्रद्धांजलि देना है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी।
इस कार्यक्रम में युद्ध नायकों के परिजनों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने 1947-1948 के भारत-पाक युद्ध में भाग लिया था।